Description
डायरी वह एकांत स्थान है जहां दफन लाखों राज है, अंतर्मन के बाद एक डायरी को ही बातें बताना हम महफूज समझते हैं, डायरी में हम अपने ख्वाबों की दुनिया रचते हैं, डायरी में आंसू भी छाप सकते हैं, डायरी को संयो कर रखते हैं, जैसे मन की बात मन में ही रखते हैं।
डायरी मन का दूसरा स्वरूप है, जैसे कूड़ेदान में सस्ती से लेकर महंगी चीजों का कूड़ा होता है वैसे ही डायरी में छोटी से बड़ी बात का ब्यौरा होता है।
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